रामायण – EP 24 – राम-लक्ष्मण द्वारा दशरथ की अन्त्येष्टि | राम-भरतादि संवाद
रामायण के चौबीसवें एपिसोड में राम-लक्ष्मण द्वारा दशरथ की अन्त्येष्टि, राम-भरतादि संवाद और भरत के राज्याभिषेक की कहानी को आगे बढ़ाने की कहानी दिखाई गई है।
राम-लक्ष्मण द्वारा दशरथ की अन्त्येष्टि
इस एपिसोड में, राम और लक्ष्मण अपने पिता दशरथ की अन्त्येष्टि की रस्में पूरी करते हैं। वे अपने पिता की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हैं और उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।
राम-भरतादि संवाद
इस एपिसोड में, राम भरत, शत्रुघ्न और अन्य परिवार के सदस्यों से मिलते हैं और उनसे अपने पिता की मृत्यु और अपने वनवास के बारे में चर्चा करते हैं। भरत राम को समझाते हैं कि वह राज्याभिषेक के लिए तैयार होना चाहिए, लेकिन राम वनवास के अपने निर्णय पर अडिग रहते हैं।
एपिसोड का महत्व
यह एपिसोड रामायण की कहानी में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिसमें राम-लक्ष्मण द्वारा दशरथ की अन्त्येष्टि और राम-भरतादि संवाद की कहानी दिखाई गई है। यह एपिसोड राम के चरित्र को और गहराई से प्रकट करता है और उनके वनवास की कहानी को आगे बढ़ाता है।