रामायण – EP 50 – विभीषण का भगवान् श्री रामजी की शरण के लिए प्रस्थान | शरण प्राप्ति|
रामायण के पचासवें एपिसोड में विभीषण का भगवान् श्री रामजी की शरण के लिए प्रस्थान, शरण प्राप्ति और राम के वनवास की कहानी को आगे बढ़ाने की कहानी दिखाई गई है।
विभीषण का भगवान् श्री रामजी की शरण के लिए प्रस्थान
इस एपिसोड में, विभीषण भगवान् श्री रामजी की शरण के लिए प्रस्थान करता है। वह अपने भाई रावण के दरबार से निकाले जाने के बाद राम के पास जाने का निर्णय लेता है।
विभीषण का राम के पास पहुंचना
इस एपिसोड में, विभीषण राम के पास पहुंचता है। वह राम को अपनी कहानी सुनाता है और उनसे शरण मांगता है। राम विभीषण को अपने पास बुलाते हैं और उन्हें आश्वासन देते हैं कि वह उनकी रक्षा करेंगे।
शरण प्राप्ति
इस एपिसोड में, विभीषण को राम की शरण प्राप्त होती है। राम विभीषण को अपने भाई के रूप में स्वीकार करते हैं और उन्हें आश्वासन देते हैं कि वह उनकी रक्षा करेंगे। विभीषण राम के चरणों में झुकता है और उन्हें धन्यवाद देता है।
राम का विभीषण को आश्वासन देना
इस एपिसोड में, राम विभीषण को आश्वासन देते हैं कि वह उनकी रक्षा करेंगे। राम विभीषण को बताते हैं कि वह उनके साथ मिलकर रावण को पराजित करेंगे और लंका को जीतेंगे। विभीषण राम के आश्वासन से संतुष्ट होता है और उन्हें धन्यवाद देता है।
एपिसोड का महत्व
यह एपिसोड रामायण की कहानी में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिसमें विभीषण का भगवान् श्री रामजी की शरण के लिए प्रस्थान, शरण प्राप्ति और राम का विभीषण को आश्वासन देना की कहानी दिखाई गई है। यह एपिसोड राम के चरित्र को और गहराई से प्रकट करता है और उनके वनवास की कहानी को आगे बढ़ाता है।