रामायण – EP 27 – सीता-अनसूया मिलन | पतिव्रत धर्म का ज्ञान | विराध वध | शरभंग प्रसंग
रामायण के सत्ताइसवें एपिसोड में सीता-अनसूया मिलन, पतिव्रत धर्म का ज्ञान, विराध वध और शरभंग प्रसंग की कहानी दिखाई गई है।
सीता-अनसूया मिलन
इस एपिसोड में, सीता अनसूया ऋषि पत्नी से मिलती हैं और उनसे पतिव्रत धर्म के बारे में ज्ञान प्राप्त करती हैं। अनसूया सीता को समझाती हैं कि पतिव्रत धर्म का पालन करना एक पत्नी का सबसे बड़ा कर्तव्य है।
पतिव्रत धर्म का ज्ञान
इस एपिसोड में, अनसूया सीता को पतिव्रत धर्म के बारे में विस्तार से बताती हैं। वह सीता को समझाती हैं कि पतिव्रत धर्म का पालन करने से एक पत्नी अपने पति के साथ एकता और सुख प्राप्त कर सकती है।
विराध वध
इस एपिसोड में, राम और लक्ष्मण विराध नामक एक राक्षस का वध करते हैं। विराध एक शक्तिशाली राक्षस है, जो वन में रहने वाले ऋषियों और जानवरों को परेशान करता है। राम और लक्ष्मण उसका वध करके वन को सुरक्षित बनाते हैं।
शरभंग प्रसंग
इस एपिसोड में, शरभंग ऋषि की कहानी दिखाई गई है। शरभंग एक ऋषि है, जो वन में रहने वाले ऋषियों के साथ मिलता है और उन्हें राम के बारे में बताता है। वह राम को अपने आश्रम में आमंत्रित करता है, लेकिन राम उसके आश्रम में जाने से पहले ही उसकी मृत्यु हो जाती है।
एपिसोड का महत्व
यह एपिसोड रामायण की कहानी में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जिसमें सीता-अनसूया मिलन, पतिव्रत धर्म का ज्ञान, विराध वध और शरभंग प्रसंग की कहानी दिखाई गई है। यह एपिसोड राम और सीता के चरित्र को और गहराई से प्रकट करता है और उनके वनवास की कहानी को आगे बढ़ाता है।