रामायण – EP 52 – समुद्र पर रामजी का क्रोध | समुद्र की विनती | नल-नील द्वारा पुल बनाने का सुझाव|
रामायण के 52वें एपिसोड में, भगवान राम समुद्र के किनारे खड़े होकर समुद्र देवता से प्रार्थना करते हैं कि वह उन्हें लंका तक पहुँचने का मार्ग दिखाए। लेकिन जब समुद्र देवता प्रकट नहीं होते हैं, तो रामजी क्रोधित हो जाते हैं और समुद्र पर बाण चलाने की तैयारी करते हैं।
इस बीच, समुद्र देवता प्रकट होते हैं और रामजी से विनती करते हैं कि वह अपना क्रोध शांत करें और समुद्र को नष्ट न करें। रामजी समुद्र देवता की बात मानते हैं और समुद्र को नष्ट करने से बचाते हैं।
इसके बाद, नल और नील नामक दो वानर भाइयों का आगमन होता है, जो रामजी को समुद्र पर पुल बनाने का सुझाव देते हैं। रामजी इस सुझाव को स्वीकार करते हैं और नल-नील की मदद से समुद्र पर पुल का निर्माण शुरू कर देते हैं।
इस एपिसोड में, हम देखते हैं कि भगवान राम कैसे अपने क्रोध को शांत करते हैं और समुद्र देवता की विनती को स्वीकार करते हैं। साथ ही, हम नल-नील की बुद्धिमत्ता और रामजी की समस्या-समाधान क्षमता को भी देखते हैं।